🏹 बिरसा मुंडा : भारत के जननायक और आदिवासी के प्रतीक ✊ बिरसा मुंडा: झारखंड की धरती से उठता नायक (The Rising Hero of Jharkhand) झारखंड की मिट्टी कई संघर्षों की गवाह रही है, लेकिन अगर किसी एक नाम ने इस धरती की पहचान को राष्ट्रीय स्तर पर पहुँचाया, तो वह हैं – Birsa Munda । वे न सिर्फ एक इतिहास पुरुष (Historical Figure) थे, बल्कि आदिवासी स्वाभिमान , संस्कृति , और हक-अधिकार के प्रतीक बन गए। उनका जन्म 15 नवंबर 1875 को खूंटी ज़िले के उलीहातू गाँव में हुआ था। वे मुंडा जनजाति (Munda Tribe) से थे, और आज उन्हें झारखंड, ओडिशा, बंगाल, छत्तीसगढ़ व मध्यप्रदेश में भगवान बिरसा (Bhagwan Birsa) के रूप में पूजा जाता है। 🔥 उलगुलान: बिरसा का बिगुल (Ulgulan - The Great Tumult) उलगुलान (Ulgulan) का मतलब है महाविद्रोह (Great Rebellion) । यह आंदोलन 1895 से 1900 के बीच चला, जब बिरसा मुंडा ने अंग्रेजों और ज़मींदारों के खिलाफ आदिवासी समुदाय को संगठित किया। उनका नारा – " अबुआ दिसुम, अबुआ राज (Abua Disum, Abua Raj) " – "अपना देश, अपना राज" आज भी झारखंडी युवा के दिलों...
Adiwasiawaj ek abhiyan for social justice and tribal empowerment