जमीन का मालिकाना हक कैसे पाएं? नियम, प्रक्रिया और अधिकार की पूरी जानकारी जमीन का मालिकाना हक कैसे पाएं? भारत में आज भी लाखों लोग ऐसे हैं जिनके पास जमीन तो है, लेकिन उसका कानूनी मालिकाना हक नहीं है। जमीन का सही हकदार बनने के लिए सिर्फ उपयोग नहीं बल्कि सरकारी रिकॉर्ड में नाम दर्ज होना जरूरी होता है। इस ब्लॉग में हम जानेंगे: मालिकाना हक के प्रकार जरूरी दस्तावेज़ प्रक्रिया और सरकारी नियम झारखंड व आदिवासी क्षेत्रों के विशेष कानून मालिकाना हक क्या होता है? मालिकाना हक (Ownership Right) का मतलब होता है कि आप कानूनी रूप से उस जमीन के स्वामी (Owner) हैं , और उसका उपयोग, बिक्री, बंटवारा, किराया इत्यादि कर सकते हैं। जमीन पर मालिकाना हक के प्रकार पैतृक हक (Ancestral Ownership): पूर्वजों से मिली हुई जमीन, जो अक्सर बंटवारे के बाद चलती है। इसमें भी रिकॉर्ड अपडेट जरूरी होता है। खरीदी गई जमीन: जिसे रजिस्ट्री के ज़रिए खरीदा गया हो — इसका हक तुरंत रजिस्ट्री के आधार पर मिल सकता है। कब्जे वाली जमीन: कुछ मामलों में कई सालों तक कब्जे के आधार पर भी कानूनी दावा किया जा सकता है — इसे...
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