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Government Sports Schemes for Adivasi Youth: Reality vs Claim (सरकारी खेल योजनाएँ और आदिवासी युवा: दावा बनाम ज़मीनी हकीकत)

Tribal Foods: The Forgotten Superfoods of India (आदिवासी भोजन – भारत के असली सुपरफूड्स

🌿 जंगल की देन, आदिवासियों का ज्ञान! 🌾 जानिए कैसे जंगली पौधे बनते हैं भोजन और औषधि 🍃 📖 Wild Plants for Tribal Food and Medicine 👉 अभी ऑर्डर करें: https://amzn.to/3Jt3pr2 #AdivasiFood #HerbalMedicine #WildPlants 🥗 Tribal Foods: The Forgotten Superfoods of India (आदिवासी भोजन – भारत के असली सुपरफूड्स) Introduction (परिचय) In the deep green forests of Jharkhand, Chhattisgarh, Odisha, and the North-East, tribal communities have been preserving an ancient tradition — the art of living with nature through food. आज जब दुनिया “superfoods” के पीछे भाग रही है, वही आदिवासी समाज सदियों से ऐसे भोजन का सेवन कर रहे हैं जो न सिर्फ शरीर को पोषण देता है, बल्कि धरती से गहरा रिश्ता भी बनाता है। Tribal foods are not just meals — they are stories of survival, sustainability, and soul.  What Makes Tribal Foods Unique? (क्या बनाता है आदिवासी भोजन को खास?) Tribal foods are naturally organic. They come from forest produce, millets, roots, tubers, ...

मुड़मा मेला: झारखंड की आदिवासी संस्कृति का जीवंत उत्सव

 धरती आबा की धरती पर उमंग और उत्सव: झारखंड का मुड़मा मेला  मुड़मा मेला: झारखंड की आदिवासी संस्कृति का जीवंत उत्सव झारखंड की धरती केवल खनिजों से नहीं, बल्कि संस्कृति, परंपरा और लोकआस्था से भी समृद्ध है। इन्हीं परंपराओं में एक है — मुड़मा मेला (Mudma Mela) , जिसे झारखंड के विभिन्न जिलों में आदिवासी समुदाय पूरे उल्लास और श्रद्धा के साथ मनाते हैं। यह मेला धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की स्मृति से भी गहराई से जुड़ा है और हर साल हजारों ग्रामीण, कलाकार, नर्तक और परंपरागत गायक इस उत्सव में शामिल होते हैं। मुड़मा मेले का इतिहास — परंपरा और पहचान की कहानी Muḍma Mela की शुरुआत झारखंड के मुंडा समुदाय से हुई, जो प्रकृति, भूमि और समुदाय के साथ अपने गहरे संबंध के लिए जाने जाते हैं। ऐतिहासिक रूप से यह मेला फसल कटाई और सामाजिक मिलन का प्रतीक रहा है। पुराने समय में जब गाँवों में खेती पूरी हो जाती थी, तब लोग एक साथ इकट्ठा होकर नृत्य, गीत, खेल और बाजार के माध्यम से अपनी खुशियाँ साझा करते थे। 👉 Historical touch: कहा जाता है कि यह मेला चक्रधरपुर , खूँटी , राँ...

Karma Porob Festival: आदिवासी संस्कृति, प्रकृति और जीवन का उत्सव / Tribal Culture, Nature and Celebration of Life

जल्दी ऑर्डर कीजिए और अपने सांस्कृतिक के बारे में जानें। https://amzn.to/4n8Ivf3    Karma Porob Festival: आदिवासी संस्कृति, प्रकृति और जीवन का उत्सव / Tribal Culture, Nature and Celebration of Life परिचय / Introduction Karma Porob, जिसे Karam Festival भी कहा जाता है, भारत के आदिवासी समुदायों का एक रंग-बिरंगा और सांस्कृतिक उत्सव है। यह त्योहार मानव और प्रकृति के गहरे बंधन का प्रतीक है। Tribal communities celebrate this festival with songs, dances, rituals, and community feasts that strengthen social bonds. यह केवल त्योहार नहीं, बल्कि सामुदायिक जीवन, पर्यावरणीय सम्मान और सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक है। इतिहास और महत्व / History and Significance  सांस्कृतिक जड़ें / Cultural Roots Karma Porob सदियों से मुण्डा, हो, ओराॅन, संथाल और बैगा जैसे आदिवासी समुदायों द्वारा मनाया जाता रहा है। इसका मुख्य उद्देश्य Karam पेड़ (Karam Devta) की पूजा करना है, जो नारी  शक्ति, समृद्धि और उर्वरता का प्रतीक है। समय और मौसम / Timing and Sea...