Shibu Soren: झारखंड के Dishom Guru और आदिवासी अस्मिता के प्रतीक 🔹 भूमिका Shibu Soren — एक ऐसा नाम जो सिर्फ़ राजनीति से नहीं, बल्कि झारखंड की मिट्टी, उसकी खुशबू और आदिवासी अस्मिता से जुड़ा है। लोग उन्हें "Dishom Guru" कहकर पुकारते हैं, जो आदिवासी समुदायों में सम्मान और नेतृत्व का प्रतीक होता है। 🔹 जन्म और संघर्ष की शुरुआत Shibu Soren का जन्म 11 जनवरी 1944 को नेमरा गांव (Ramgarh, Jharkhand) में हुआ था। बचपन में ही उनके पिता की हत्या ज़मींदारों ने कर दी। इसी अन्याय ने उन्हें संघर्ष की राह पर खड़ा किया। बचपन से ही उन्होंने महसूस किया कि "आदिवासी के पास अगर कुछ है, तो वो है जंगल और ज़मीन — और वही सबसे ज़्यादा छीना जा रहा है।" 🔹 Jharkhand Mukti Morcha और आंदोलन 1972 में उन्होंने Jharkhand Mukti Morcha (JMM) की स्थापना की — आदिवासी अधिकारों और झारखंड राज्य की मांग के लिए। उनका नारा था: "धरती हमारी, हक हमारा – कोई छीनेगा नहीं!" Jharkhand अलग राज्य बने, इसके लिए उन्होंने गांव-गांव घूमकर जनजागरण किया। मांदर की थाप , ह...
Adiwasiawaj ek abhiyan for social justice and tribal empowerment