झारखंड की आदिवासी महिलाओं के लिए समर्पित Scheme — Maya Yojana से लेकर Tejaswini तक
झारखंड की धरती पर आदिवासी महिलाओं का संघर्ष और मेहनत हमेशा समाज की रीढ़ रही है।
अब यही महिलाएं सरकारी Schemes की मदद से आत्मनिर्भर बन रही हैं।
चाहे Tejaswini Project हो, JSLPS SHG Program, या नई Maya Yojana, इन सबका लक्ष्य एक ही है —
👉 “महिला सशक्तिकरण और आर्थिक स्वतंत्रता।”
(1) Schemes का उद्देश्य — Why These Schemes Matter for Tribal Women
झारखंड सरकार ने आदिवासी महिलाओं के आर्थिक और सामाजिक विकास के लिए कई योजनाएँ लागू की हैं।
इन योजनाओं का उद्देश्य है कि महिलाएं न केवल घर बल्कि समाज में भी निर्णय लेने की भूमिका निभाएँ।
मुख्य उद्देश्य:
- Tribal महिलाओं को रोजगार और स्वावलंबन के अवसर देना।
- Self Help Groups (SHG) के माध्यम से women entrepreneurship को बढ़ावा देना।
- शिक्षा, कौशल और वित्तीय साक्षरता बढ़ाना।
- महिलाओं के लिए सामाजिक सुरक्षा और सम्मान सुनिश्चित करना।
✨ Special Focus:
Maya Yojana विशेष रूप से tribal और rural women entrepreneurs को प्रोत्साहित करने के लिए शुरू की गई है ताकि वे अपना खुद का व्यवसाय या आजीविका शुरू कर सकें।
(2) प्रमुख लाभ — Key Benefits of These Schemes
1. Maya Yojana के लाभ
- इस योजना के तहत tribal महिलाओं को ₹50,000 तक का Seed Fund मिलता है।
- JSLPS (Jharkhand State Livelihood Promotion Society) के तहत चलने वाली यह योजना SHG महिलाओं को छोटे व्यवसाय जैसे — बकरी पालन, हस्तशिल्प, सिलाई-कढ़ाई, दुकान चलाने आदि के लिए मदद देती है।
- प्रशिक्षण, वित्तीय सहायता और बाजार से जोड़ने में भी सहायता की जाती है।
👉 “Maya Yojana ने tribal महिलाओं को आत्मविश्वास और आजीविका दोनों दिया है।”
2. Tejaswini Project
- 14–24 वर्ष की tribal युवतियों के लिए skill development और livelihood program।
- Education dropout लड़कियों को पुनः प्रशिक्षण और रोजगार से जोड़ता है।
3. Ujjwala & Sukanya Schemes
- Tribal महिलाओं को clean fuel (LPG) और बेटी बचत योजनाओं से जोड़ा गया।
4. JSLPS SHG Support
- Self Help Group के माध्यम से सामूहिक बचत और छोटे ऋण सुविधा।
- SHG महिलाएं कृषि, पशुपालन, सिलाई जैसे कार्यों से आर्थिक रूप से सशक्त हो रही हैं।
(3) पात्रता और जरूरी दस्तावेज़ — Eligibility & Required Documents
✅ Common Eligibility:
- झारखंड की निवासी होना आवश्यक है।
- ST / SC / OBC या BPL परिवार की महिला।
- आयु 18 वर्ष से अधिक।
- Self Help Group या महिला मंडल से जुड़ी महिलाएं प्राथमिकता पर।
- बैंक खाता और आधार लिंक होना चाहिए।
आवश्यक दस्तावेज़:
- आधार कार्ड, जाति प्रमाण पत्र, बैंक पासबुक, पासपोर्ट साइज फोटो, आवेदन फॉर्म।
- Maya Yojana के लिए SHG की सिफारिश आवश्यक होती है।
(4) आवेदन प्रक्रिया — How to Apply
Online Process:
- https://jslps.in या https://www.jharkhand.gov.in पर जाएं।
- "Maya Yojana" या “Tejaswini Project” सर्च करें।
- Online form भरें, दस्तावेज़ अपलोड करें।
- सबमिट करने के बाद acknowledgment slip प्राप्त करें।
Offline Process:
- नज़दीकी JSLPS Block Office या CSC center में आवेदन करें।
- Women Coordinator से सहायता लेकर Maya Yojana में नामांकन कराएं।
- सत्यापन के बाद Seed Fund की राशि सीधे बैंक खाते में ट्रांसफर की जाती है।
👉 Pro Tip:
Maya Yojana में आवेदन के लिए अपने SHG leader या cluster level federation से भी मदद ली जा सकती है।
(5) सफलता की कहानियाँ — Real Stories from Jharkhand
Maya Yojana की नायिका — उर्मिला तिग्गा (Gumla)
पहले उर्मिला खेतों में मजदूरी करती थीं।
Maya Yojana के माध्यम से उन्हें ₹25,000 की आर्थिक सहायता मिली, जिससे उन्होंने handmade leaf plates (पत्तल बनाना) का छोटा व्यवसाय शुरू किया।
आज उनके साथ 8 महिलाएं काम करती हैं और सभी की मासिक आय ₹9,000–₹10,000 तक है।
💬 “अब हम खुद कमाते हैं, अपने बच्चों की पढ़ाई भी खुद करवाते हैं।” — उर्मिला तिग्गा
Tejaswini की प्रेरणा — सुनीता मुंडा (Khunti)
Tejaswini Project के अंतर्गत training लेकर सुनीता ने tailoring center खोला। अब वो हर महीने 20,000 रुपए तक कमा रही हैं और गांव की अन्य लड़कियों को भी सिखा रही हैं।
👉 इन कहानियों ने साबित किया है कि अगर मौका मिले तो झारखंड की आदिवासी महिलाएं अपनी तकदीर खुद लिख सकती हैं।
Call to Action — Be a Part of Change
अगर आप भी झारखंड की आदिवासी महिला हैं या किसी महिला समूह (SHG) से जुड़ी हैं,
👉 तो आज ही अपने Block Office / JSLPS / CSC center जाएं और Maya Yojana या अन्य योजनाओं के बारे में जानकारी लें।
👉 अपने गांव की अन्य बहनों को भी इन योजनाओं से जोड़ें।
🌸 "Empower one woman, and she will empower a generation."
Conclusion — सशक्त आदिवासी महिला, सशक्त झारखंड
Maya Yojana और अन्य योजनाएं केवल वित्तीय सहायता नहीं, बल्कि महिलाओं के लिए सम्मान और आत्मनिर्भरता का प्रतीक हैं।
झारखंड की ये योजनाएं दिखाती हैं कि जब सरकार, समाज और महिला साथ आते हैं —
तो सशक्तिकरण केवल शब्द नहीं, एक आंदोलन बन जाता है।
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